परम पूज्य संत बाबा जय गुरु देव जी महाराज

!! जय गुरुदेव नाम प्रभु का !! बाबा जी का कहना है, शाकाहारी रहना है, कलियुग जा रहा है, सतयुग आ रहा है

जय जय गुरुदेव महाराज
जय जय गुरुदेव महाराज।
तुम्हरे दर्शन की अभिलाषा
मन मे जागी आज।।
जय जय गुरुदेव महाराज ।

तुम्हरी ही किरपा से सतगुरु,
हमने पाई राह वतन की।
तुम्हरी दया से ही मेरे गुरुवर,
मन मे जागी चाह मिलन की।।
तुमने ही हमको बतलाया अपने घर का राज।
जय जय गुरुदेव महाराज ।।

हम अज्ञानी भटक रहे थे,
लख चौरासी में अटक रहे थे।
जठराग्नि में लटक रहे थे,
नर्को में सर पटक रहे थे।।
आय चुकायी तुमने मालिक़ जनम मरण की गाज़।।
जय जय गुरुदेव महाराज ।।

पहले पद का भेद बताकर,
दूसरे पद तक ले पहुँचाया।।
तीसरे पद से गोद बिठा कर,
चौथे पद तक साथ ले आया।।
आगें खुद परमेश्वर बन के आप ही गये बिराज।।
जय जय गुरुदेव महाराज ।।

पालक बन कर पालन करते,
रक्षक बन कर विपदा हरते।
सदा भगत के अंग संग रहते,
दया का झरना बन कर बहते।।
सत की साधना का तुमने ही हमको सिखाया रिवाज।।
जय जय गुरुदेव महाराज।।

जय गुरु देव नाम की महिमा,
मरते में भी प्राण पुगाये।
हिंसक व्यभिचारी जीवोँ में,
दया छमा का भाव जगाएं।।
हम पर भी अमरित बरसाओ गुरुवर गरीब नवाज।।
जय जय गुरुदेव महाराज।।

???? जयगुरूदेव ????
रचनाकार:- प्रेम देशमुख
जयगुरुदेव आवाज़ टीम