ले जइयो कोई ले जइयो
हमरे गुरुजी के पास
ख़बरिया ले जइयो ।
कह दईयो जा के कह दईयो
आये हैं तुम्हरी याद
ख़बर मोरी ले जइयो ।
काम क्रोध मोहे बहुत सतावै ।
लोभ मोह से बचो ना जावै।।
लेवै ना दईये स्वास ।
ख़बरिया ले जइयो।
थक गई जीवने को ढोते ढोते ।
संसार के काम कम नही होते ।।
फँसीही रहहु दिन राह ।
ख़बरिया ले जइयो।
डगर डगर पर पग मोरा अटके ।
ध्यान भजनिया से मन मोरा भटके ।।
भारी करय उतपात ।
ख़बरिया ले जइयो।
माला घुमावऊ दोई दोई हाथै ।
मनवा तो भागे भोगन के साथै।।
आवै कबहुँ नाही हाथ ।
ख़बरिया ले जइयो।
ओढ़ेय के बैठूं ध्यान मै लगाती ।
ना जाने कौन कौन सी याद आती।।
नई और पुरानी बात ।
ख़बरिया ले जइयो।
कनवा मा उँगरी दई दई हारी ।
अब लौ ना बनिहई भजनिया हमारी।।
अकरी गये दोई हाथ ।
ख़बरिया ले जइयो।
अब तो जब लग तुम नही आवै।
बिगरी हमार प्रभु कौने बनावै ।।
कौने सुने फ़रियाद ।
ख़बरिया ले जइयो।
???? जयगुरूदेव ????
रचनाकार:- प्रेम देशमुख
जयगुरुदेव आवाज़ टीम