परम पूज्य संत बाबा जय गुरु देव जी महाराज

!! जय गुरुदेव नाम प्रभु का !! बाबा जी का कहना है, शाकाहारी रहना है, कलियुग जा रहा है, सतयुग आ रहा है

गुरू चरण कमल बलिहारी रे, मेरे मन की दुविधा टारी रे ।। टेक ।।

भव सागर में नीर अपारा, डूब रहा नहीं मिलत किनारा ।

गुरू पल में लीन उबारी रे ।। 1 ।। गुरू चरण कमल बलिहारी रे ।

काम क्रोध मद लोभ लुटेरे, जनम जनम के बैरी मेरे ।

गुरू ने दीन्हा मारी रे, ।। 2 ।। गुरू चरण कमल बलिहारी रे ।

भेद भाव सब दूर कराएं, पूरन ब्रम्ह एक दरषाएं ।

घट घट ज्योति निहारी रे ।। 3 ।। गुरू चरण कमल बलिहारी रे ।

योग युक्ति गुरूदेव बताऐं, सब भक्तन के आनन्द छायें ।

मानुष देह सुधारी रे ।। 4 ।। गुरू चरण कमल बलिहारी रे ।