सतगुरू सतनाम, तुमको लाखों प्रणाम ।
कोटिन सूरज चाँद सितारे, रोम रोम में करें उजारे ।
सत्त पुरूष करतार, तुमको लाखों प्रणाम ।।
अरबों सूरज चाँद सितारे, रोम रोम में करें उजारे ।
अलख पुरूष करतार, तुमको लाखों प्रणाम ।।
खरबों सूरज चाँद सितारे, रोम रोम में करें उजारे ।
अगम पुरूष करतार, तुमको लाखों प्रणाम ।।
नील नील शशि भानु व तारे, रोम रोम में करें उजारे ।
अनामी पुरूष करतार, तुमको लाखों प्रणाम ।।
जय गुरू देव दयाल, तुमको लाखों प्रणाम ।।