परम पूज्य संत बाबा जय गुरु देव जी महाराज

!! जय गुरुदेव नाम प्रभु का !! बाबा जी का कहना है, शाकाहारी रहना है, कलियुग जा रहा है, सतयुग आ रहा है

जयगुरूदेव सत्संग

कोल किसी को नहीं छोड़ता। जीव उसका आहार है। इस बात को महात्मा जानते हैं। इसीलिए वे जीवों को समझाते हैं कि तुम काल जाल से निकल चलो। अच्छे हैं वे जीव जो इधर यानी महापुरूषों के चरणों में आ गऐ। वे भाग्यशाली हैं जिन्हें नाम मिल गया और कमाई में लग गऐ। बड़भागी वे जीव, जो करें कमाई नाम की।।

आजकल शहरों में, महानगरों में जीवन नर्क हो गया है। लोग क्या चाहते हैं किधर भाग रहे हैं यह किसी को समझ में नहीं आ रहा है। सबलोग अन्धी दौड़ में लगे हुऐ हैं। कहाँ जाकर गिरेंगे क्या अन्जाम होगा उसे सोचने के लिए समय नहीं है। यह दुनियां कैसे लोगों को सुख देगी ? आपने जबरदस्त बीमारियों को, परेशानियों को, उलझनों को अपने अन्दर ठूंस लिया है। अब रो रहे हो, चीख रहे हो, पर तुम्हारी समझ में कुछ नहीं आ रहा।

तुम आओ उन महापुरूषों की बातों को सुनो उसको समझने की कौशिश करो, उस पर विचार करो और फिर अमल में लाओ, तभी तुम्हें शान्ति मिलेगी।

जो कुछ मैंने पहले कहा है और लोगों ने नोट किया है उसमें से कोई भी बात कटने वाली नहीं है। मैंने जब कहा था कि चण्डी हाथ में मशाल लेकर विश्व भ्रमण पर निकल चुकी है और खजाने का पैसा गायब कर देगी तो किसी को विश्वास नहीं होता था और लोग हंसते थे। अब देश विदेश के लोग चिल्ला रहे हैं कि पैसा पता नहीं कहाँ चला गया, लोग नौकरियों से निकाले जा रहे हैं, मन्दी का दौर चल रहा है। आगे कोहराम मचेगा फिर लोग शान्ति की तलाश में महात्माओं के पास भागेंगे। इसलिए मैं बराबर लोगों से कहता हूँ कि थोड़ा भगवान का भजन कर लो शाकाहारी हो जाओ फिर महात्माओं की दया हो जाऐगी और आग में जलने से बच जाओगे। याद रखो कि परिवर्तन होगा और ऐसा परिवर्तन होगा कि किसी के दिल दिमाग में नहीं है।