सारा देश धर्म के सूत्र में बंधने जा रहा है। आप भी योगदान दीजिए, धर्म के सूत्र में बंध जाइऐ। जो हम कहेंगे वह सब आपके सामने आऐगा। एक नया रास्ता आपको अपनाना होगा। देश में भारी परिवर्तन होगा। हुकूमत करने वालों सबको अच्छी शिक्षा दो। महात्माओं को अब गुफाओं-कंदराओं में बैठने की जरूरत नहीं। उन सबको बाहर आ जाना चाहिऐ। मेरी आंखें धोखा नहीं दे सकती हैं। मुझे आप क्या धोखा दे सकते हो ? यह दाढ़ी इसी तरह से सफेद नहीं हुई है। काफी समय देखने को मिला, बहुत कुछ अनुभव में आया। आप यह इच्छा रखते हो कि जमाना बदल जाऐ। बाबा जी की कोशिश फलीभूत होगी। समय बदलेगा। परिवर्तन होगा। सतयुग अवश्य आऐगा।
(शाकाहारी पत्रिका के सौजन्य से: 14 जुलाई 1980)