भारतवर्ष में अवतारी शक्तियों ने जन्म ले लिया है और वो अनेक स्थानो पर बच्चों के रूप में पल रहीं हैं और समय आने पर प्रगट हो जाऐंगी। माता-पिता अपना सुधार करलें वर्ना यही बच्चे उनके विनाश का कारण बन जाऐंगे। इन बच्चों को गोश्त व अण्डा दिया जाता है तो वे मुह फेर लेते हैं ओर उधर देखते तक नहीं। मां-बाप इस बात का ध्यान रखें कि जो बच्चे इन सब चीजों को खाना नहीं चाहते हैं तो उन्हें जबरदस्ती न खिलाएं। उनके बारे में बताने का आदेश ऊपर से अभी नहीं हो रहा है। मैं समय का इन्तजार कर रहा हू और सभी महात्माओं ने समय का इन्तजार किया है। समय आते ही आप सब को मालूम हो जाऐगा। भारी परिवर्तन होगा, कोहराम मचेगा। अपनी-अपनी धर्म पुस्तकों को उठाकर देख लो कि उनमे क्या लिखा है। ऐसे वक्त में सुख और शान्ति फकीरों और महात्माओं के पास ही मिलेगी।
(1971)