मन तु भजौ गुरू का नाम -2
दया मेंहर से नर तन पायौ, मत करना अभिमान ।
मन तु भजौ गुरू का नाम
एक दिन खाली पड़ा रहेगा, जाय बसे षमषान ।
मन तु भजौ गुरू का नाम
जौ धन तुझको दिया गुरू ने, इससे कर कुछ काम ।
मन तु भजौ गुरू का नाम
अन्त समय योंहि लुट जायेगा, संग न जाय छदाम ।
मन तु भजौ गुरू का नाम
यह संसार रैन का सपना, आय किया विश्राम ।
मन तु भजौ गुरू का नाम
चार दिन के संगी सब हैं, अन्त ना आबे काम ।
मन तु भजौ गुरू का नाम
तासे चेत करो सत संगत, भजन करो आठो याम ।
मन तु भजौ गुरू का नाम
यही भजन तेरे संग चलेगा, पावेगा आराम ।
मन तु भजौ गुरू का नाम
दया मैहर सतगुरू से लेकर, चलो त्रिकुटी धाम ।
मन तु भजौ गुरू का नाम
काल करम से बन्धन छुटै, मिले पुरूष सतनाम ।
मन तु भजौ गुरू का नाम