(सतगुरु बाबा जय गुरुदेव जी महाराज)
मन तू भजो गुरु का नाम
दया मेहर से नर तन पायो, मत करना अभिमान,
मन तू भजो गुरु का नाम,
एक दिन खली पड़ा रहेगा,जाई बसे शमशान,
मन तू भजो गुरु का नाम,
जो धन तुझको दिया गुरु ने, उससे कर कुछ काम,
मन तू भजो गुरु का नाम,
अंत समय युहीं लुट जायेगा, इससे करी कछु काम,
मन तू भजो गुरु का नाम,
यह संसार रैन का सुपना, आय किया विश्राम,
मन तू भजो गुरु का नाम,
चार दिना के संगी सब है, अंत न आवे काम,
मन तू भजो गुरु का नाम,
ताते चेत करो सत संगत, भजन करो आठो याम,
मन तू भजो गुरु का नाम,
यही भजन तेरे संग चलेगा पावेगा आराम,
मन तू भजो गुरु का नाम,
दया मेहर सतगुरु से लेकर, चलो त्रिकुटी धाम,
मन तू भजो गुरु का नाम,
काल करम से बंधन छुटे, मिले पुरुष सतनाम,
मन तू भजो गुरु का नाम.