तेरे दीदार की हैं लगी आस गुरुजी
मेरा मन आज बड़ा ही उदास गुरुजी
दुनियां अब मेरा मन ही न लगता
अपना कहि कोई मुझको न दिखता
बड़े ही बिकट हैं हालात गुरूजी
मेरा मन आज बड़ा ही उदास गुरुजी
हर पल तुम्हारी ही यादे सताती
कोई खुशी मेरे मन को न भाती
काटे ना कटते दिन रात गुरुजी
मेरा मन आज बड़ा ही उदास गुरुजी
कुछ ही समय का हुआ साथ अपना
दर्शन भी अब तो हुआ जैसे सपना
और चल दिये हो बिना बात गुरुजी
मेरा मन आज बड़ा ही उदास गुरुजी
चारो दिशाओँ में नजर घुमाऊ
तुम्हरी झलक ना कहि पर भी पाऊँ
हम हो गये है अनाथ गुरुजी
मेरा मन आज बड़ा ही उदास गुरुजी
आने का वादा हुआ है तुम्हारा
बस एक उसका ही हैं अब सहारा
आकर दिखा दो करामात गुरुजी
मेरा मन आज बड़ा ही उदास गुरुजी
???? जयगुरूदेव ????
रचनाकार:- प्रेम देशमुख
जयगुरुदेव आवाज़ टीम