मैं तो आपमे गुरु का दीवाना। दुनिया बदले तो बदले ठिकाना।। मैने उनको ही सब कुछ हैं माना। चाहे माने ना माने जमाना।। गुरु चेले का रिश्ता हैं ऐसा। सती नारी का पिय से हो जैसा।। एक नजर भी ना डाले किसी पे। वेद शाश्त्रो ने ऐसा बखाना।। मान अपमान की क्या पड़ी हैं। गुरु […]
कहते हैं भगति तो भाग चली जाई। इसका मिलना कठिन हैं भाई।। प्रेम प्रेम हर कोई कहे प्रेम ना चिन्हें कोय। अष्ट पहर भीगा रहे प्रेम काहावै सोय।। दोनो चीजे मुश्किल है इतनी मुश्किल की असंभव जैसे, मग़र जिन जिन को पुरा सतगुरु, वक्त का हाक़िम मिला ऊन ऊन लोगों ने लिशाले कायम कर दी […]
जहाँ जहाँ भी चरण तुम्हारे झुके वहाँ पर ये मेरा सर है। जहाँ ना तेरे कदम पड़े हो ना जाऊ वो स्वर्ग भी अगर है।। मेरा तो सब कुछ तुम्ही हो गुरुवर। ना दाता कोई दाता हैं तुमसे बढ़कर। तुम्ही से हर आरजू हैं मेरी। तुम्हारे चरणों मे मेरा घर हैं।। कभी ना कम हो […]
मैं तो आकर उलझ गईं पराये ही देश। यहां दुःख ही हैं दुःख ना हैं सुख का अवशेष।। तुमने आकर के मुझको संभाला गुरु। शुक्रिया मैं तुम्हारा अता क्या करूँ। तुम ना होते यहाँ तो मैं जाती कहां। बिन तुम्हारे गुरू कौन हैं खैर ख्वा।। कैसे जावोगे तुम छोड़ के अब मुझे। ऐसी बातों पे […]
मुझे भूख हो भजन की दर्शन की प्यास हाये दर्शन की प्यास हाये। तू दिल मे मेरे फिर भी तेरी तलाश हाये, तेरी तलाश हाये।। दुनियां की भूख ऐसी मिटती नही मिटाए। इस भूख ने यहाँ पर जीवन हैं कितने खाये। कितने जतन करू मैं बस में मेरे ना आये, बस में मेरे न आये।। […]
एक बार तो आजाओ तुम परदे से निकल के। दिल दे रहा आवाज मेरा तुमको मचल के।। ये लोग तुम्हें आम समझते रहे इंसान। तुम कौन हो और क्या हो इन्हें हैं नही पहिचान।। क्या काम तुम्हारा इन्हे खाबो में नही ज्ञान। बुद्धि लगाके अपनी हुये जा रहे हैरान।। खुद की नही पहिचान तुम्हे कैसे […]
और ना कोई तीन लोक में बिना तुम्हारे हमारा। अब मेरे अच्छे बुरे का सारा भार तुम्हारा।। कितना भी लो इम्तिहान गुरु जो मर्जी में आये। पर पहले ही अर्जी हैं मुझसे उत्तीर्ण हुआँ ना जाये।। मन क्रम बचन शुद्ध नही मेरे तामस देह हमारी। काम ना छुटे नाम ना उपजे मन चित बुद्धि बिगरी।। […]
परम पुरुष पुराण धनी।। सतगुरु दिन दयाल।। नतमस्तक हो अर्ज करू।। सुनहु नाथ कृपाल।। दिन हिन अज्ञान अधम।। मोह बस्य मैं हुजूर।। सदा राखिये चरण में।। कर के माफ कसूर।। जग दयाल नही आपसो।। मो सो न पापी कोय।। तो भी नाथ अपना लियो।। कर बड़ भागी मोय।। सब पायो गुरू आप से।। चाह नही […]
कोई तर्क करे उनचास मुझे वो हिला नही सकते। हैं प्रबल मेरा विश्वास छोड़ तुम जा नही सकते।। कोई लाख करे बकवास मुझे बहका नही सकते। मेरे मन का जिंदा अहसास तोड़ तुम जा नही सकते।। ऐ जरूर कोई मौज तुम्हारी देख न पा रही नजर हमारी कहि जाके बसे प्रदेश कई कारण हो सकते। […]
बड़ा भागता दौड़ता ये मेरा मन। इसे थाम के कम करा दो गुरु।। यहीं सारे उत्पात करता हमेशा जरा हाथ इसपे लगा दो गुरु।। मेरे पास करता हैं शैतानी हरदम। तुम्हरा जीकर हो तो पड़ता हैं कुछ कम।। इसे पास अपने बिठा लो गुरु। जरा हाथ इसपे जमा दो गुरु।। मैं समझाऊ हर पल नही […]
हमको डर हैं तो अपने गुरु का और जमाने से डरते नही हैं। पक्के आशिक हैं सच्चे गुरु के कच्ची बाते हम करते नही हैं।। मौत का डर तो कब से हमारे दिल से प्यारे गुरु ने निकाला प्रेम का अपने अमरित पिला के हमको अब तक गुरु ने ही पाला मौत खुद उनके चरणों […]
हे सतगुरु तुमसे एक प्रार्थना ये अनमोल जीवन जाये व्यर्थ ना मुझे हो गरज तुमसे हैं ये अरज हुकुम हो तुम्हारा मेरी कोई शर्त ना कभी गर ख़ता हो क्षमा करना दाता बिन तुम्हारे जीवन का कोई अर्थ ना ऊँचाई मिले मेरे मन को सदा और आये कभी भी कोई गर्त ना हैं सतगुरुजी तुमसे […]