मन तु भजौ गुरू का नाम -2 दया मेंहर से नर तन पायौ, मत करना अभिमान । मन तु भजौ गुरू का नाम एक दिन खाली पड़ा रहेगा, जाय बसे षमषान । मन तु भजौ गुरू का नाम जौ धन तुझको दिया गुरू ने, इससे कर कुछ काम । मन तु भजौ गुरू का नाम […]
दयालु दया सिन्धु हैं नाम तेरे, तो उपर दया क्यों नही होती मेरे। तुम हो सिन्धु तो बूद मैं भी तुम्हारी, किस अपराध से मैं बधीं काल घेरे। तड़पती हू दिन रात मिलने को तेरे, मैं बन्धन में तुम सुख की लेते हिलोरे। तेरी अंष मैं इतना दुख पा रही हू, पिता मेरे क्यों चुप […]
गुरूदेव तुम्हारे चरणों मे, सतकोटि प्रणाम हमारा है । मेरी नइया पार लगा देना, कितनो को पार उतारा है । मैं बालक अबुध तुम्हारा हॅ, तुम समरथ पिता हमारे हो । मुझे अपनी गोद बिठा लेना, दाता लो भुजा पसारा है । यद्यपि संसरी ज्वालायें, हम पर प्रहार कर जाती हैं। पर शीतल करती रहती […]
गुरू महिमा है अपार जगत में, गुरू महिमा है अपार ।। टेक ।। गुरू कृपा से कितने तर गये, हो गये भव से पार ।। जगत में, गुरू महिमा है अपार । पत्थर में भी प्राण पुगाते, जड़ को चेतनवंत बनाते । प्रेम दया भंडार ।। जगत में, गुरू महिमा है अपार । मंद बुद्धि […]
गुरू चरण कमल बलिहारी रे, मेरे मन की दुविधा टारी रे ।। टेक ।। भव सागर में नीर अपारा, डूब रहा नहीं मिलत किनारा । गुरू पल में लीन उबारी रे ।। 1 ।। गुरू चरण कमल बलिहारी रे । काम क्रोध मद लोभ लुटेरे, जनम जनम के बैरी मेरे । गुरू ने दीन्हा मारी […]
गुरू की मुरत मन में ध्याना । गुरू के शब्द मन्तर मन माना ।। गुरू के चरण हृदय लै धारो । गुरू परब्रह्म सदा नमस्कारो ।। मत कोई भरम भूलो संसारी । गुरू बिन कोई न उतरति पारी ।। भूले को गुरू मारग पाया । अवर तियाग हरि भक्ति लाया ।। जन्म मरण की त्रास […]
गुरू का ध्यान कर प्यारे । बिना इस के नहीं छुटना ।। नाम के रंग में रंग जा । मिले तोहि धाम निज अपना ।। गुरू की सरन दृढ़ कर ले । बिना इस काज नहीं सरना ।। लाभ और मान क्यों चाहे । पड़ेगा फिर तुझे देना ।। करम जो जो करेगा तू फ […]
अब सौप दिया इस जीवन का, सब भार तुम्हारे हाथो में ! हे जीत तुम्हारे हाथो में, और हार तुम्हारे हाथो में मेरा निशचय बस एक यही, एक बार तुम्हे पा जाऊ में ! अर्पण कर दू दुनिया भर का, सब प्यार तुम्हारे हाथो में ! यदि जग में रहू तो ऐसे रहू, ज्यो जल […]
अब अपना बना लो हमें सतगुरू प्यारे, रहू जिससे निर्भय सहारे तुम्हारे। जगत में है समरथ न कोई दिखाता, बताओ तुम्ही किसके जाउ दुआरे। ये माना कि सिर मेरे पापों की गठरी, मगर तेरे बिन कौन स्वामी उतारे। युगों से ये नैया भॅंवर में पड़ी है, दया करके अबकी लगा दो किनारे। अगर अब की […]
???? जयगुरूदेव नाम प्रभु का ???? जयगुरुदेव ध्वजा लहरायें, मानव जीवन सफल बनायें। सत्य अमृत रस झरने वाला, भक्ति भावना भरने वाला। दुनिया का तम हरने वाला, देशों देश विचरने वाला। शान्ति ध्वज नभ में फहरायें, मानव जीवन सफल बनायें।। शील क्षमा संतोष लिए है, सर्व शांति का ध्येय लिये है। अजब रंग अनुराग हृदय […]
मुक्ति दिवस प्रार्थना ???? जयगुरूदेव नाम प्रभु का ???? आओ मुक्ति दिवस मनायें, जयगुरूदेव घ्वजा लहरायें। इस तिथि को गुरू दर्शन पाया, कारी रात समूल नशाया। आओ हम सब दीप जलायें, जयगुरूदेव ध्वजा फहरायें। आपात काल की अंधियारी में, गुरू को पकड़ा हत्यारी ने। अब वो दिन प्रभु कभी न आए, आओ मुक्ति दिवस मनायें। […]
सत्संग वचन आप सब लोगों को, विशेष जरूरी, जो संगत के लिए बातें उसको ध्यान से सुनना हैं। यह संगत बहुत बड़ी हो चुकि है। इस संगत का बहुत बड़ा विस्तार देश में हो रहा चुका है। इसलिए गांव-गांव में, मुहल्ले-मुहल्ले में आप सब लोगों को सत्संग विस्तार मण्डलियां बना लेनी चाहिऐं? इससे यह होगा […]