परम पूज्य संत बाबा जय गुरु देव जी महाराज

!! जय गुरुदेव नाम प्रभु का !! बाबा जी का कहना है, शाकाहारी रहना है, कलियुग जा रहा है, सतयुग आ रहा है

9th December 2020

सत्संग वचन संगत सेवा सफाई करती है पहले के युग में ऋषि-मुनि, महात्मा जगह-जगह घूमकर मानव-मानव को धर्म कर्म के संदेश देते रहते थे। लोग उनको मानते थे और धर्म से जुड़े रहते थे। उनकी कमी होने लगी तो विद्वानों ने यह काम शुरू कर दिया। पीढ़ी दर पीढ़ी बहुत दिनों तक ये परम्परा चली। […]


9th December 2020

सत्संग वचन परम पूज्य स्वामी जी महाराज ने कहा कि जाड़े का समय भजन के लिए अच्छा होता है। स्वामी जी महाराज कहा करते थे कि आठ महीने की जाग्रती चार महीने में कर लेनी चाहिऐ। क्योंकि गर्मी और बरसात का मौसम भजन के लिए अच्छा नहीं होता है।जाड़े में रजाई या कम्बल ओढ़ कर […]


9th December 2020

सत्संग वचन बाबा जयगुरूदेव जी महाराज ने सत्संग सुनाते हुऐ कहा कि महापुरूष तुमको रास्ता देते हैं तो पहले तो चाहते हैं कि तुम अपने पैरों पर खड़े होकर चलते चलो पर जब देखते हैं कि तुम गिर गिरा जाओगे तो सम्हाल करते हैं। साधको को अपनी अच्छाओं को सीमित करना चाहिऐ। धीरज और सावधानी […]


9th December 2020

सत्संग वचन कार्यक्रम में दस मिनट पहले पहुंचो। तुम सोचो कि ट्रेन हमारे जाने पर छूटेगी तो यह तुम्हारा धोखा है। यह रास्ता है मालिक से मिलने का। जो नामदान दिया जाता है कमाई करने का। तुम काम करते हो बच्चों का, दूसरों का, अपना काम नहीं करते। जीवात्मा निकल जाऐगी तो ये कुछ साथ […]


9th December 2020

सत्संग वचन पहले बच्चों को मां-बाप स्कूल मास्टर के पास भेजते थे तो मास्टर बच्चों को प्यार करते थे और सबक याद न करने पर मारते थे तो मां-बाप कुछ नहीं कहते थे और बच्चे भी मास्टर से डरते थे और मन लगाकर अपना पाठ याद करते थे। तब बच्चे पढ़लिखकर होशियार हो जाते थे। […]


9th December 2020

सत्संग वचन आपको रास्ता जब मिल गया है तो भजन करो। जो प्रारब्ध उसने तुम्हारा बना दिया गया है वह तुमको रोज मिलेगा। इसलिए दुनियां में ज्यादा फंसो मत। काम आप सब करो। खेती का, दुकानदारी का और दफ्तर का। आपको कोई मना नहीं करता पर ईमानदारी से ओर मेहनत से काम करो। हम आपको […]


9th December 2020

जयगुरूदेव सत्संग जो नामदान लेते हैं उनको बताया जाता है कि रोज ध्यान करना, रोज सुमिरन करना, रोज भजन करना और आते-जाते रहना। सत्संग नहीं सुनोगे तो थोड़े दिनों में नाम, रूप, स्थान, धुन सब कुछ भूल जाओगे और थोड़े दिनों में ऐसे हो जाओगे जैसे संसारी रहते हैं। जो नामदान लेकर जाते हैं, सत्संग […]


9th December 2020

जयगुरूदेव सत्संग कोल किसी को नहीं छोड़ता। जीव उसका आहार है। इस बात को महात्मा जानते हैं। इसीलिए वे जीवों को समझाते हैं कि तुम काल जाल से निकल चलो। अच्छे हैं वे जीव जो इधर यानी महापुरूषों के चरणों में आ गऐ। वे भाग्यशाली हैं जिन्हें नाम मिल गया और कमाई में लग गऐ। […]


9th December 2020

सत्संग वचन अनेकों जन्मों के पुण्य जब जमा हो जाते हैं तब यह अनमोल मनुष्य शरीर मिलता है। इस शरीर द्वारा महात्माओं की खोज करनी चाहिऐ और जब वे मिल जाऐंगे तब वह सच्चा रास्ता प्रभु प्राप्ति का बताऐंगे। इस मनुष्य रूपी कपड़े में ही जीवात्मा बैठी हुई है। जीवात्मा को ही संतों ने सुरत […]


9th December 2020

सत्संग वचन मालिक से मिलने की, उसके दर्शन की तड़प हमेशा उठती रहे तो यह रूह शरीर को छोड़कर उठ जाती है और सुरत की सम्भाल हो जाती है। आप हो कि उसकी शक्ति को अपनी इच्छाओं में लगा देते हो। इसीलिए वो उठती ही नहीं। आपको भी मुसीबत और महात्माओं को भी मुसीबत। इसीलिए […]


9th December 2020

सत्संग वचन शब्द चेतन है, देखता है, सुनता है और सबके साथ अंग संग है। दोनों आँखों के पीछे बैठी हुई सुरत जब भजन में शब्द को सुनती है तो उसे चेतना आती है। गुरू की कृपा से सुरत ऊपर के मण्डलों में चढ़ती जाती है। जब शब्द सीधा ले जाने के लिए आता है […]


9th December 2020

सत्संग वचन मनुष्य शरीर आपको थोड़े दिनों के लिए, थोड़े समय के लिए मिला है। जो कुछ करना है वो इसी में कर लो। दुनियां के सामान जो देखते हो वह तुम्हारा नहीं है, देखते देखते सब गायब हो जाऐगा। यह जीवात्मा जब इस शरीर मे बैठाई गई थी तब उस पर कोई गन्दगी नहीं […]