महात्माओं को समझना आसान नहीं किसान जब बरसात आती है तो जमींन की जुताई करके बीज डालता है और यह आशा लगाता है कि दो चार दस दिन में पौधे निकलेंगे। इस बीच में वह खेत की बडी देखभाल करता रहता है कि कहीं ऐसी घास न उग जाए जो खेत को खराब कर दे। […]
अपना निशाना दुरदर्शी रखो समय का परिवर्तन होता है, समय का परिवर्तन होगा। काम का परिवर्तन, बोलने का परिवर्तन, देखने-सुनने का परिवर्तन मानव-मानव का परिवर्तन और युग का परिवर्तन होगा। श्रेय आपको दिया जाऐगा। भगवान ने आपको बुद्धि दी है उससे काम लो। जगत की वस्तुऐं समझने के लिए बुद्धि दी गई उससे सब कुछ […]
तुम्हें नाचना आता ही नहीं अब तो जो कुछ भी है वह सब खेल खेलना है चाहे नेकनामी दुनियां में हो या बदनामी हो। जो प्रेमी भक्त महात्माओं की संगत में आकर बदनामी का सामान उठाते हैं उन्हीं का नाम दुनियां में अजर और अमर होता है। जो लोग नेकनामी ही नेकनामी चाहते हैं वह […]
शंकर भगवान की बातें याद करो मान लो भारत की आबादी 70 करोड़ की है। इसमें बूढ़े-बच्चे, जवान सभी शामिल हैं। देवताओं की पैनी दृष्टि सब पर लगी हुई है और वो अब कुछ करना चाहते हैं। पाप का घड़ा जब भरेगा तो फूटना लाजिम है। करोड़ों लोग तो अभी कुछ दिनों के बाद चले […]
मैं किसी का अनिष्ट नहीं चाहता मैं कोई ऐसा आदेश नहीं दिया करता हूं जो आपकी क्षमता में न हो। मैं तो वही आदेश देता हूं जो आप कर सको। लौकिक हो या पारलौकिक दोनों तरफ आपकी क्षमता के अनुसार ही आदेश दिऐ जाते हैं। बोलने में, साधना में उतना ही कहता हूं जितना तुम […]
पुकार होगी दूरदर्शी की मैं हर काम समय से करता ही रहता हूं। जो कुछ भी कहा जाऐ उसे तुमको मानना चाहिए। कोई भूल-चूक हो गई हो वह यहां छोड़कर जाओ। भूल-चूक से शराब पी ली हो या मांस खा लिया हो तो प्रतिज्ञा करनी चाहिए कि अब ऐसा नहीं करूंगा। इसके एवज में सैंकड़ों […]
फूट डालने की राजनीति देश में जो भी संस्थाऐं काम कर रही हैं यदि वे एक दूसरे की जनमत विरोधी नारे लगाऐगीं और दसरे की बुराई करेगी तो यह समझा जाऐगा कि ऐसी संस्थाऐं लोकतांत्रिक जनमत की सेवा नहीं कर सकतीं। वे जन समूह को लड़ाकर अपना स्वार्थ सिद्ध करना चाहती हैं, करोड़ों नर नारियों […]
बाबा जी चूकने वाले नहीं बाबा जी बूढ़े हैं ; आपके सामने बैठे हैं। एक रूपये का साठ किलो चना खरीदा है, तीस वर्षों के पहले का वह स्वागत, सत्कार देखा, मर्यादा और अदब देखा। तीस वर्षों का सारा का सारा इतिहास देखा। सारी घटनाऐं देखीं। बाबा जी और बाबा जी के भक्त जिस दरख्त […]
पाश्चात्य देशों के बड़े बड़े पूंजीपति इस समय माटर, महल, बड़ी बड़ी मशीनें, इन्द्रिय भोंगों के साज सामान, नाना प्रकार के सिनेमा संगीतों में, नाच गानों में, शराब में मनुष्य अपने को सराबोर करे डाल रहा है पर उसे कहीं भी शांति नहीं मिल पा रही है। उसका मन रोग, कष्ट, तमाम किस्म के अभाव […]
मेरी आवाज गलत नहीं होगी कुछ लोगों में इतना अभिमान है, इतना अहंकार है कि उस झूठे अहंकार में सच्ची बात को न मानकर स्त्री-पुरुषों को बर्गला देते हैं। लेकिन मैं यह सोचता हूं कि तुम कब तक बर्गलाओगे? मैंने कहा कि तकलीफ आएगी, मंहगाई आएगी, कौन इसको बर्गला सकता है? कौन मेरी इस बात […]
भगवान का चमत्कार होगा अधिकारियों से मैं निवेदन करूंगा कि वे शराब पीना छोड़ें, नहीं तो एक दिन ऐसा आऐगा कि एक आदेश मिलेगा और आपकी नौकरी खत्म। फिर आपको पश्चाताप होगा। आद्यात्मिक परा विद्या आने वाली है। वह कुछ करने वाली है। चुप रहने वाली नहीं हैं। कुछ होने वाला है, वक्त बदलने वाला […]
काल का डण्डा बजेगा आपको याद करना होगा कि आने वाली तकलीफ जो भविष्य में आ रही है उसे हिन्दुस्तान का कोई भी आदमी दूर नहीं कर सकता। महात्माओं की मेहरबानी होगी तो आने वाली तकलीफों में कमी हो सकेगी। मैं कोई मजाक लेकर नहीं आया हूं। कोई बेकार में, मुफत में समय खोने नहीं […]