(सतगुरु बाबा जय गुरुदेव जी महाराज) बेला अमृत गया, आलसी सो रहा, बन अभागा | साथी सारे जगे, तू न जागा || झोलियाँ भर रहे भाग वाले, लाख पतितों ने जीवन संभाले, रंक राजा बने, प्रभु रस में सने, कष्ट भागा | बेला अमृत गया, आलसी सो रहा, बन अभागा | साथी सारे जगे, तू […]
View Post(सतगुरु बाबा जय गुरुदेव जी महाराज) अब सोंप दिया इस जीवन का, सब भार तुम्हारे चरणों में, हैं जीत तुम्हारे हांथों में, और हार तुम्हारे हांथों में, मेरा निश्चय बस एक यही, एक बार तुम्हे पा जाऊं मैं, अर्पण कर दूँ दुनिया भर का, सब प्यार तुम्हारे हाथों में, यदि जग में रहूँ तो ऐसे […]
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