मुसीबतों की आंधी चलेगी। मानना न निरंजन भगवान ने मुझसे कहा कि महाराज जी अब आप चुप हो जाइऐ, अपना प्रचार बन्द कर दीजिए। पाप बहुत बढ़ गया है लोग मुझे ही नकारने लगे हैं। मैं बुरे लोगों को ठिकाने लगा दूगा। मैंने उनसे कहा कि थोड़ा मौका मुझे और दे दीजिए ताकि मैं इन […]
View Postनया रास्ता अपनाना होगा सारा देश धर्म के सूत्र में बंधने जा रहा है। आप भी योगदान दीजिए, धर्म के सूत्र में बंध जाइऐ। जो हम कहेंगे वह सब आपके सामने आऐगा। एक नया रास्ता आपको अपनाना होगा। देश में भारी परिवर्तन होगा। हुकूमत करने वालों सबको अच्छी शिक्षा दो। महात्माओं को अब गुफाओं-कंदराओं में […]
View Postएक आवाज उठेगी कुछ न कुछ कहना ही पड़ता है। आप अपनी वेदना समझो या मेरी वेदना समझो, तुम्हारे दुःख से मुझे भी तकलीफ है। परिवर्तन के लिए महान आत्माओं का एक जत्था पैदा हो गया है। उनमें से कोई बच्चा विदेश नहीं गया है, सभी विद्याध्यन कर रहे हैं। वे योगी, तपस्वी, त्यागी पवित्र […]
View Postकाल का डण्डा बजेगा आपको याद करना होगा कि आने वाली तकलीफ जो भविष्य में आ रही है उसे हिन्दुस्तान का कोई भी आदमी दूर नहीं कर सकता। महात्माओं की मेहरबानी होगी तो आने वाली तकलीफों में कमी हो सकेगी। मैं कोई मजाक लेकर नहीं आया हूं। कोई बेकार में, मुफत में समय खोने नहीं […]
View Postभगवान का चमत्कार होगा अधिकारियों से मैं निवेदन करूंगा कि वे शराब पीना छोड़ें, नहीं तो एक दिन ऐसा आऐगा कि एक आदेश मिलेगा और आपकी नौकरी खत्म। फिर आपको पश्चाताप होगा। आद्यात्मिक परा विद्या आने वाली है। वह कुछ करने वाली है। चुप रहने वाली नहीं हैं। कुछ होने वाला है, वक्त बदलने वाला […]
View Postमेरी आवाज गलत नहीं होगी कुछ लोगों में इतना अभिमान है, इतना अहंकार है कि उस झूठे अहंकार में सच्ची बात को न मानकर स्त्री-पुरुषों को बर्गला देते हैं। लेकिन मैं यह सोचता हूं कि तुम कब तक बर्गलाओगे? मैंने कहा कि तकलीफ आएगी, मंहगाई आएगी, कौन इसको बर्गला सकता है? कौन मेरी इस बात […]
View Postपाश्चात्य देशों के बड़े बड़े पूंजीपति इस समय माटर, महल, बड़ी बड़ी मशीनें, इन्द्रिय भोंगों के साज सामान, नाना प्रकार के सिनेमा संगीतों में, नाच गानों में, शराब में मनुष्य अपने को सराबोर करे डाल रहा है पर उसे कहीं भी शांति नहीं मिल पा रही है। उसका मन रोग, कष्ट, तमाम किस्म के अभाव […]
View Postबाबा जी चूकने वाले नहीं बाबा जी बूढ़े हैं ; आपके सामने बैठे हैं। एक रूपये का साठ किलो चना खरीदा है, तीस वर्षों के पहले का वह स्वागत, सत्कार देखा, मर्यादा और अदब देखा। तीस वर्षों का सारा का सारा इतिहास देखा। सारी घटनाऐं देखीं। बाबा जी और बाबा जी के भक्त जिस दरख्त […]
View Postफूट डालने की राजनीति देश में जो भी संस्थाऐं काम कर रही हैं यदि वे एक दूसरे की जनमत विरोधी नारे लगाऐगीं और दसरे की बुराई करेगी तो यह समझा जाऐगा कि ऐसी संस्थाऐं लोकतांत्रिक जनमत की सेवा नहीं कर सकतीं। वे जन समूह को लड़ाकर अपना स्वार्थ सिद्ध करना चाहती हैं, करोड़ों नर नारियों […]
View Postपुकार होगी दूरदर्शी की मैं हर काम समय से करता ही रहता हूं। जो कुछ भी कहा जाऐ उसे तुमको मानना चाहिए। कोई भूल-चूक हो गई हो वह यहां छोड़कर जाओ। भूल-चूक से शराब पी ली हो या मांस खा लिया हो तो प्रतिज्ञा करनी चाहिए कि अब ऐसा नहीं करूंगा। इसके एवज में सैंकड़ों […]
View Postमैं किसी का अनिष्ट नहीं चाहता मैं कोई ऐसा आदेश नहीं दिया करता हूं जो आपकी क्षमता में न हो। मैं तो वही आदेश देता हूं जो आप कर सको। लौकिक हो या पारलौकिक दोनों तरफ आपकी क्षमता के अनुसार ही आदेश दिऐ जाते हैं। बोलने में, साधना में उतना ही कहता हूं जितना तुम […]
View Postशंकर भगवान की बातें याद करो मान लो भारत की आबादी 70 करोड़ की है। इसमें बूढ़े-बच्चे, जवान सभी शामिल हैं। देवताओं की पैनी दृष्टि सब पर लगी हुई है और वो अब कुछ करना चाहते हैं। पाप का घड़ा जब भरेगा तो फूटना लाजिम है। करोड़ों लोग तो अभी कुछ दिनों के बाद चले […]
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